Call Forwarding Meaning in Hindi: दोस्तों आज के पोस्ट में हम जानेंगे कि आखिरकार कॉल फॉरवर्डिंग क्या होता है और एक नंबर से दूसरे नंबर पर कैसे कॉल को फॉरवर्ड करते हैं या फिर कैसे डाइवर्ट करते हैं यदि आप कॉल फॉरवर्डिंग का तरीका अभी ढूंढ रहे होंगे तो आप सही जगह पर आए हैं और आपको पूरी जानकारी दी जाएगी आसान भाषा में आपको बताया जाएगा यह पोस्ट आपके लिए ही है.
कभी-कभी ऐसा होता है किसी व्यक्ति के पास दो दो मोबाइल फोन होते हैं और उसमें सिम कार्ड भी होता है लेकिन कुछ काम की वजह से उसे ऐसा होता है कि फोन उठाने में दिक्कत होती है तो वह व्यक्ति ऐसा कर सकता है कि अपने किसी घर के मेंबर को अपने मोबाइल नंबर को उसके नंबर पर डायवर्ट कर सकता है यानी कि अगर आपको कोई फोन करेगा तो आपको डिस्टर्ब नहीं होगा वह डायरेक्टली आपके घर के मेंबर के नंबर पर चला जाएगा.
कुछ ऐसी स्थिति होती है कि आपके घर में दो मोबाइल फोन है और एक खराब हो जाता है ऐसे में आपके पास सिर्फ दो ही विकल्प बचता है या तो उसे मोबाइल का सिम कार्ड दूसरे मोबाइल में डालें या फिर उसे सिम कार्ड को दूसरे नंबर पर कॉल फॉरवर्ड कर दें लेकिन यह पॉसिबल नहीं हो पता है कि एक मोबाइल फोन का सिम कार्ड दूसरे मोबाइल फोन में लगा दें क्योंकि शायद उसमें स्टॉल खाली ना हो तो आपके पास सबसे अच्छा तरीका है कि आप उसे डाइवर्ट दूसरे मोबाइल नंबर पर कर सकते हैं.
और जिस मोबाइल पर अपने अपने नंबर को डाइवर्ट किए हैं उसे पर आपके जो मोबाइल खराब हो चुका है उसे सिम कार्ड के सभी फोन दूसरे मोबाइल नंबर पर आएगी और आप जितने भी फोन आ रहे हैं उसको आसानी से आप उठा सकते हैं और उसका जवाब दे सकते हैं क्योंकि आपने कॉल को डायवर्ट किया है या फिर आपने फॉरवर्ड Call Forwarding Meaning in Hindi करके रखा है.
Call Forwarding Meaning in Hindi ज्यादातर समय में आप देखेंगे तो कुछ लोग मोबाइल दो-दो रखते हैं और दो-दो सिम कार्ड लगाने का ऑप्शन दोनों मोबाइल में होता है लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि उनके पास उससे अधिक सिम कार्ड होते हैं और उन्हें कुछ सिम कार्ड पर ज्यादा डिस्टरबेंस कॉल आता है तो वह अपना कॉल दूसरे नंबर पर डायवर्ट कर देते हैं और आपको वह नंबर से फोन नहीं आता है और डायरेक्टली दूसरे नंबर पर जहां पर अपने डायवर्ट किया है उसे पर फोन जाने लगता है यह अभी एक तरीका आजकल लोग अपनाते हैं.
Call Forwarding Meaning in Hindi मतलब होता है कि आपने अपने नंबर को जो सिम कार्ड इस्तेमाल कर रहे हैं वह किसी दूसरे चालू सिम कार्ड पर डायवर्ट कर दिए हैं यानी कि आपका नंबर पर जो फोन आ रहा है वह फोन दूसरे नंबर पर डाइवर्ट हो गया है और उसे नंबर पर आप फोन आएगा यानी कि अगर आप कहीं बिजी हैं तो आपका फोन कोई और हैंडल कर सकता है..
Call Forwarding Meaning in Hindi क्या है?
अगर हम कॉल फॉरवर्डिंग को सरल भाषा में समझ तो आपके नंबर पर आने वाली जितनी भी कॉल है वह दूसरे मोबाइल नंबर पर भेजने की पूरी प्रक्रिया को ही हम कॉल फॉरवर्डिंग कहते हैं जिसका हिंदी में मतलब होता है कॉल अग्रेषित करना या कॉल आगे भेजना कॉल फॉरवर्ड को कॉल डाइवर्ट के नाम से भी जाना जाता है और आपकी जब कॉल डाइवर्ट हो जाती दूसरे नंबर पर तो आप डिस्टर्ब नहीं होते हैं और उसे नंबर के द्वारा कोई भी आपके कॉल को पिकअप करके बात कर सकता है.
अगर हम और आसान भाषा में समझे तो अगर आपका कोई फोन एयरटेल का है और आप दूसरे सिम कार्ड पर यानी कि वोडाफोन के नंबर पर डाइवर्ट करना चाहते हैं अपने कॉल को तो आप डायवर्ट कर सकते हैं यानी कि एयरटेल से आप वोडाफोन पर कॉल डाइवर्ट करेंगे तो वोडाफोन पर कॉल रिसीव होगी और जो भी रिसीव करने वाला होगा वह आसानी से बात कर सकता है.
Call Forwarding को एक और तरीके से जान सकते हैं यानी कि कोई भी मोबाइल सिस्टम है जहां पर आने वाली इनकमिंग कॉल स्विचिंग सिस्टम के द्वारा दूसरे मोबाइल नंबर पर ट्रांसफर किया जाता है यानी कि दूसरे सिम कार्ड पर ट्रांसफर कर दिया जाता है और उसे पर आप उठाकर बात कर सकते हैं.
अगर एक बार आपने किसी मोबाइल नंबर की कॉल फॉरवर्डिंग सेटअप होने के बाद वह मोबाइल नंबर मोबाइल में चालू हो या बंद हो वह नंबर मोबाइल में लगा हो या मोबाइल से बाहर हो हर परिस्थिति में उसकी सभी कॉल दूसरे नंबर पर जो फॉरवर्ड की गई होती है उसे पर रिसीव होती हैं यानी कि काफी ही आसानी से कॉल फॉरवर्डिंग Call Forwarding वहां पर किया जा सकता है.
Call Forwarding Meaning in Hindi से होता क्या है?
Call Forwarding . से होता क्या है अगर हम आसान भाषा में समझे तो कॉल फॉरवर्डिंग करने से आपके मोबाइल नंबर पर जितने भी इनकमिंग कॉल आती हैं वह फॉरवर्ड होकर दूसरे मोबाइल नंबर पर चली जाते हैं जिस नंबर पर आप कॉल फॉरवर्डिंग सेट करते हैं उसे नंबर पर कॉल रिसीव होते हैं और उसे बात किया जा सकता है.
अगर हम उदाहरण के तौर पर दो मोबाइल नंबर ले ले जैसे कि यह +9122342565 नंबर है इस नंबर पर किसी दूसरे को नंबर लगाकर कॉल फॉरवर्डिंग सेट कर दिया जाता है तो इस नंबर+9122342789 पर आने वाली दूसरी नंबर पर जाने लगेगी.
यहां पर आपका नंबर की सभी इनकमिंग कॉल से दूसरे नंबर पर चली जाती हैं. या फिर कुछ लिमिटेड कॉल ही फॉरवर्ड हो जा सकते हैं जिसका निर्णय आप खुद ले सकते हैं. और सेटिंग के माध्यम से कॉल फॉरवर्डिंग कि जब सेटिंग आप सेट करते हैं उसे समय ऐसा कर सकते हैं कि जो नंबर चाहते हैं वही नंबर की कॉल फॉरवर्ड होकर दूसरे नंबर पर जाएगी उसी के आधार पर आपका नंबर की कॉल भी फॉरवर्ड होती है.
Call Forwarding Meaning in Hindi क्यो करें?
Call Forwarding Meaning in Hindi कॉल फॉरवर्ड इसलिए लोग करते हैं ज्यादातर क्योंकि अगर कोई व्यस्त है उनको बहुत सारे कॉल्स आते हैं तो वह डिस्टर्ब ना हो तो यह एक कॉल सेटिंग का फीचर है जो कि उनके मोबाइल फोन में होता है और आप अपने मोबाइल नंबर पर जितने कॉल्स आते हैं उसको दूसरे मोबाइल नंबर पर डायवर्ट कर दिया जाता है ताकि वह नंबर से उन्हें ज्यादा डिस्टरबेंस ना हो और लेकिन वह महत्वपूर्ण कॉल है तो वह दूसरा कोई अटेंड कर पाए इसीलिए कॉल फॉरवर्ड किया जाता है.
और भी कुछ वजह से कॉल फॉरवर्ड किया जाता है जैसे कि मान लीजिए कि आपके पास दो मोबाइल फोन है और एक खराब हो जाए तो आप क्या कर सकते हैं. अपने उसे मोबाइल फोन के जो सिम कार्ड है उसका नंबर दूसरे मोबाइल जो चालू है सिम कार्ड उसे पर डायवर्ट कर सकते हैं. ताकि आपके पास जो जरूरी फोन कॉल्स आ रहा है. वह आप अटेंड कर पाए और कहीं मिस ना हो जाए या फिर कोई जरूरी फोन आपको आ रहा है तो यह सारी चीज देखकर कॉल डायवर्ट Call Forwarding किया जाता है.
अगर किसी के पास तीन चार सिम कार्ड है. और वह ज्यादा डिस्टर्ब हो रहा है जिस पर ज्यादा फोन कॉल्स आते हैं .तो वह दूसरे नंबर पर डायवर्ट कर सकता है जो कि वह फोन कोई भी हैंडल कर सकता है, और कोई भी कॉल अटेंड कर सकता है तो डाइवर्ट करके दूसरे के द्वारा फोन अटेंड किया जा सकता है और वह व्यक्ति डिस्टरबेंस से बच जाता है.
Phone Call को दूसरे Phone पर Transfer कैसे करें?
किसी फोन कॉल को दूसरे फोन कॉल पर ट्रांसफर करने के लिए आपको मोबाइल फोन के सेटिंग में एक फीचर्स होता है कॉल फॉरवर्ड या फिर कॉल डाइवर्ट जो कि आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं आपको सिर्फ सेटिंग में जाना होगा और वहां से आपको इस फीचर्स को स्टेप बाय स्टेप फॉलो करने के बाद ऑन करना होता है.
अब इसके बाद आपकी जो सिम कार्ड की कंपनी है उसे सिम कार्ड पर जितने फोन आते हैं वह आप दूसरे सिम कार्ड किसी भी ऑपरेटर का हो उसे पर डायवर्ट कर सकते हैं यह फीचर्स आपको सेटिंग में जाने के बाद मिलता है जिसे हम कॉल फॉरवर्ड या फिर कॉल डायवर्ट करते हैं और उसके बाद यह सेटिंग ऑन करते हैं तो आपकी पूरी कॉल्स जिस नंबर पर अपने सेटिंग लगाया उसे पर डायवर्ट होने लगती है.